एक बार एक जंगल में एक हाथी रहा करता था जो कि बहुत ही ज्यादा ताकतवर था लेकिन उसको चूहों से काफी डर लगता था |
कई बार तो छोटे-छोटे चूहे उसकी सूंड में घुस जाते और उसको परेशान करते थे |
इसी जंगल में एक बिल्ली भी रहा करती थी |
हाथी की ऐसी हालत बिल्ली से देखी नहीं जाती थी इसलिए उसने उन सभी चूहों को भगा दिया और हाथी से मित्रता कर ली |
चूँकि अब बिल्ली हाथी की मित्र थी इसलिए अब अगर कोई भी चूहा हाथी के आसपास भी आता तो वह उसे खा जाती |
देखते ही देखते दोनों की दोस्ती को कई साल बीत गए और एक दिन जंगल में एक शेर घुस आया |
शेर ने एक-एक कर के सभी जानवरों पर हमला करना शुरू कर दिया और जल्द ही वह बिल्ली और हाथी के पास भी पहुँच गया |
हाथी समझ गया कि शेर उन पर भी हमला करेगा लेकिन वह तो उस से लड़ लेगा पर कहीं बिल्ली इस सब में मारी ना जाए |
हाथी ने समझदारी दिखाते हुए तुरंत ही बिल्ली को अपनी सूंड की सहायता से एक पेड़ की ऊँची टहनी पर पहुंचा दिया और खुद उस शेर से भिड़ गया |
दोनों में भीषण युद्ध हुआ और अंत में हाथी ने शेर को बुरी तरह से घायल कर दिया जिस से डर कर शेर उस इलाके से तुरंत भाग गया |
अब क्या था बिल्ली ने तुरंत चोटिल हाथी को खाना खिलाया उसे मरहम लगाया जिस से हाथी कुछ ही दिनों में एकदम स्वस्थ्य हो गया |
दोनों हाथी और बिल्ली अब शांति से उसी जंगल में रहने लगे और मुसीबत आने पर एक-दूसरे की सहायता भी करते |
शिक्षा- सच्चे मित्र मुसीबत आने पर एक दूसरे की सदैव सहायता करा करते हैं |(A Friend in need is a friend in deed)
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