Wednesday, May 31, 2023

अहंकारी कौवे की कहानी : नकल के लिए अक्ल जरुरी

एक बार की बात है एक टीले के पेड़ पर बहुत ही शातिर कौवा अपने खुद के घोंसले में रहता था | 

वैसे तो कौवा बहुत ही शातिर था लेकिन काफी अहंकारी और आलसी भी था | 

कौवे ने बाज की नकल करने की कोशिश की परन्तु मुँह की खायी |



उसे दाना-दाना तिनका-तिनका करके खाना बिलकुल भी अच्छा नहीं लगता था व वो बड़े-बड़े शिकार करने की चाहत रखता था |

वह कई बार बड़ी ही शातिर तरीके से दूसरे पक्षियों से खाना भी छीन लाता या चोरी कर लाता था जिसके कारण कोई भी उस से दोस्ती करना पसंद नहीं करता था |

एक बार उस की मुलाकात बाज से हुई, उस ने देखा कि बाज बड़ी ही तेजी से छोटे-छोटे जानवरों पर झपट्टा मारता है और फिर उनको बड़े ही चाव से खाता है |

कौवे ने सोचा यह बढ़िया है, कब तक ऐसे चोरी कर-कर के खाओगे, एक बार में ही शिकार कर लाओ और आराम से बैठकर खाओ |

अब कौवे ने अगले दिन पूरी तैयारी के साथ शिकार करने की ठानी लेकिन उसे कोई छोटा जानवर ही नहीं मिल रहा था |

इतने में उसके पास के पेड़ बैठे कबूतर ने उसे चेताया कि वह बाज की तरह शिकार नहीं कर सकता, लेकिन अहंकार के मारे कौवे ने उसकी एक ना सुनी और शिकार करने के लिए बहुत दूर उड़ गया |

थोड़ी ही दूर जाने पर उसे एक छोटी-सी पहाड़ी दिखी जिसमें कुछ चूहों ने बिल बना रखे थे और कुछ चूहे बिल के बाहर खेल रहे थे |

उसने बिना सोचे समझे बाज की तरह उन चूहों पर झपट्टा मारने के लिए नीचे की ओर उड़ान भरी लेकिन कौवे को आता देख सारे चूहे इधर-उधर छिपने के लिए भागने लगे |

उन सभी को भागता देख कौवे ने अपना शातिर दिमाग चलाया और एक चूहे के पीछे लग गया |

अब चूहा भी कभी इधर भागता तो कभी उधर लेकिन कौवे की पकड़ में ना आता |

अब कौवे ने भी मौका देख कर अपनी रफ़्तार बढ़ाई और जैसे ही चूहा अपने बिल में घुसने ही वाला था तभी उस पर अपनी चोंच से हमला कर दिया |

अब कौवा बाज तो था नहीं कि बहुत तेजी से शिकार कर पाए इसलिए चूहा बिल में घुस चुका था और साथ ही साथ कौवे की चोंच भी |

बिल के आसपास की चट्टान में चोंच घुसने से कौवे की चोंच टूट गयी और उस ने वहीँ दम तोड़ दिया |

कौवा तो चूहों को ना खा सका मगर चूहों ने उस के शरीर को बड़ी ही चाव से निपटा लिया |

शिक्षा-नकल करने के लिए भी अक्ल की जरुरत होती है |

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