Sunday, May 21, 2023

बीरबल की जादुई छड़ी

एक बार की बात है, राजा अखबर आगरा के किले में अपने दरबार में बैठकर सभी प्रजा की फरियादें सुन रहे थे तभी वहाँ शहर का एक मशहूर सुनार एक फ़रियाद लेकर आता है | 

सुनार बताता है कि वह दो दिन के लिए पास के शहर में व्यापार करने गया था और अपनी दुकान को अपने चार नौकरों के हवाले छोड़कर गया था लेकिन जब वह वापस लौटा तो उसने देखा कि उसकी तिजोरी में से 4 सोने के सिक्के गायब हैं |

बीरबल ने राजा अकबर के आदेश पर सुनार की मदद की |

अब वह पता नहीं लगा पा रहा है कि उसके यह सिक्के किसने चुराए हैं इसलिए वह राजा से मदद मांगने आया है |

यह सुन राजा ने उस सुनार से अगले दिन अपने चारों नौकरों के साथ आने को कहा और बीरबल को आदेश दिया कि तब तक वह कोई युक्ति निकाले जिस से असली चोर पकड़ा जाए |

अगले दिन वह सुनार अपने चारों नौकरों के साथ किले में दाखिल होता है और उनको राजा के सामने ले जाकर खड़ा कर देता है |

राजा अकबर इशारा करके बीरबल को समाधान निकालने के बारे में कहते हैं |

बीरबल भरी सभा में राजा से कहता है कि उसके पास ऐसी जादुई छड़ी है जिस से वह इन सब में से असली चोर को खोज सकता है |

यह कहकर बीरबल अपने कक्ष में जाकर 4 छड़ी लेकर आता है और एक-एक छड़ी को चारों नौकरों को सौंप देता है | 

बीरबल कहता है कि यह सारी छड़ी जादुई छड़ी हैं और इन चारों में से जिसने भी सोने के सिक्के चुराए होंगे उसकी छड़ी अगले दिन आकर में 4 इंच बड़ी हो जायेगी | 

बीरबल सभी नौकरों को अगले दिन ही अलग-अलग समय पर दरबार में अपनी छड़ी के साथ प्रस्तुत होने का आदेश भी देता है |

अब चारों नौकर अपने-अपने घर चले जाते हैं और रात को सो जाते हैं लेकिन उन में से एक नौकर जिसने सच में वह सिक्के चुराए थे वह सो नहीं पाता | 

उसको यही डर सताता है कि कहीं उसकी चोरी पकड़ी गई तो क्या होगा ?

वह सोचता है कि अगर यह छड़ी वाकई में कोई जादुई छड़ी हुई तो 4 इंच बड़ी हो जायेगी तो इस से अच्छा है कि इस छड़ी को पहले से ही 4 इंच छोटा कर देता हूँ |

और वह अपनी छड़ी को 4 इंच छोटा कर देता है |

बीरबल ने छड़ी से चोर का पता कैसे लगाया ?


अब अगले दिन सभी नौकरों की दरबार में पेशी होती है और उन्हें बारी-बारी से अपनी-अपनी छड़ी दिखाने के लिए कहा जाता है |

बीरबल सबसे पहले एक नौकर की छड़ी नापता है और देखता है कि उस छड़ी का आकार उतना ही था जितना उसको बीरबल ने दिया था |

ठीक इसी प्रकार वह सभी नौकरों की छड़ियों को नापता है और देखता है कि उन में से एक नौकर की छड़ी पहले से 4 इंच छोटी हो गयी है | 

बीरबल समझ जाता है कि उसने ही चोरी की है और वह उसे दरबार में बुला लेता है और चारों छड़ी उसे दिखाता है | 

जादुई छड़ी से असली चोर का पता चला जिसने सोने की गिन्नी चुराई थीं |

वह नौकर अपने मालिक से कहता है कि उसे लगता है चोरी इन तीनों नौकरों ने मिलकर की है तभी उनकी छड़ी उस की छड़ी से 4 इंच बढ़ गयी हैं | 

इस पर बीरबल हंसकर कहता है कि यह छड़ी तो साधारण छड़ी ही थी अथवा खुद-ब खुद-बड़ी नहीं हो सकती थीं | 

हां,लेकिन जिसके मन में खोट होगा या जो असली चोर होगा वह जादू के बिना भी इन को छोटा जरूर कर सकता है | 

वह नौकर अपने ही तरकीब से फंस जाता है व अपने मालिक के चरणों में गिर कर माफ़ी मांगता है और सोने के सिक्के वापस देने का वादा भी करता है |

यह सब देख राजा अख़बर उस चोर को 1 महीने का कारावास देते हैं और उस की महीने की आधी तनख्वाह को सुनार से राजकोष में जमा कराने के लिए कह देते हैं व दरबार में चारों ओर बीरबल की बुद्धि की प्रशंसा करते हैं | 


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